Raghav Writing Solutions Poetry,Competition पढ़िए…. राष्ट्रीय साहित्य प्रतियोगिता 2022 की प्रतिभागी “नीतू सिंह” द्वारा लिखित कविता “ये मन अधीर…..”

पढ़िए…. राष्ट्रीय साहित्य प्रतियोगिता 2022 की प्रतिभागी “नीतू सिंह” द्वारा लिखित कविता “ये मन अधीर…..”


ये मन अधीर neetu singh raghav writing solutions

कविता शीर्षक – ये मन अधीर

ये धीर अधीर हुआ मन क्यों
क्यों भरता आंखों का प्याला है
क्यों छलक उठे सावन पल पल
क्यों उलझा मन मतवाला है

Raghav Writing Solutions : Eminent Developer

क्यों फूल फूल मुरझाए से
क्यों हंसता दिल का छाला है
क्यों दरक दरक जाए जख्म सिरे
क्यों रूठ गया रखवाला है

आंखें झरतीं ज्यों पीत पात
मन झरता जैसे पाला है
तन मद्धम मद्धम गलता ज्यों
लगे मौत का एक निवाला है

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क्यों रूठ गया घनश्याम बता
सब तूने ही रच डाला है
मीरा के जैसी प्रीत पगी
दिया हाथ में विष का प्याला है

उलझे उलझे गेसू जैसे
उलझी उलझी राहें दे दीं
मन माखनचोर चुरा कर के
तूने खेल रचा निराला है

नीतू सिंह (neetu singh)

Disclaimer : उपरोक्त कविता लेखिका “नीतू सिंह” द्वारा लिखी गई है, जिसके लिए वह पूर्ण रूप से जिम्मेदार हैं। हमें आशा है कि आपको यह कविता पसंद आएगी। कृपया हमें कमेंट करके अवश्य बताएं कि आपको यह कविता कैसी लगी….!

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