Raghav Writing Solutions Poetry Raghav Writing Solutions : पढ़िए…. हिन्दी साहित्य विशेष 2023 में “पार्थ बनर्जी” द्वारा रचित कविता “हुस्न का राज बताओ….!”

Raghav Writing Solutions : पढ़िए…. हिन्दी साहित्य विशेष 2023 में “पार्थ बनर्जी” द्वारा रचित कविता “हुस्न का राज बताओ….!”


Raghav Writing Solutions : पढ़िए.... हिन्दी साहित्य विशेष 2023 में "पार्थ बनर्जी" द्वारा रचित कविता "हुस्न का राज बताओ....!"

कविता शीर्षक – हुस्न का राज बताओ..…!

प्रकृति ओ प्रकृति

Raghav Writing Solutions : Eminent Developer

तुम क्यों इतनी निखरी।

हुस्न का राज़ जरा हमें बताओ

हम हैं तेरे दीवाने हमसे कुछ न तुम छुपाओ।

झरनों को कैसे तुमने निर्मल बनाया?

समीरों को कैसे तुमने चंचल बनाया?

गुलों को कैसे इतना कोमल बनाया?

नजारों को कैसे तुमने निखारा?

राज़ यह जानने को मैं हूं बेकरार,

 कुछ बताओ की आए मुझे करार।।

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मैं पूछता हूं आलियों से,

 तुम क्यों जाते सुमन के पास।

क्यों फिदा तुम कुसुम पर,

क्या तुम्हे इसका कुछ होता एहसास।

बताती है हमें भवरे ।राज यह है बड़ा दीवाने।

किस हार से तुमने सिंगार किया,

किस अदा से सबको बेकरार किया।

राज़ जरा खोलो हमसे कुछ बोलो।

मैं तेरा हूं दीवाना ,मुझसे तुम कुछ न छिपाना

प्रकृति तुम मुझे अपने करीब लाओ।

ए बहार,मुझे अपना हबीब बनाओ।

मैंने तो राज़- ए – दिल को नही छुपाया,

तुम भी न छुपाओ, कुछ तो बताओ,

अपने हुस्न का राज़ तो बताओ।।

पार्थ बनर्जी

अस्वीकृति :- उपरोक्त रचना “ पार्थ बनर्जी”  द्वारा लिखित है, जिसके लिए वह पूर्ण रूप से जिम्मेदार है। किसी भी प्रकार की साहित्यिक चोरी के लिए संस्था (Raghav Writing Solutions) एवं पदाधिकारी का कोई दोष नहीं हैं। हमारा प्रिय पाठकों से अनुरोध है कि कृप्या हमें कमेंट करके अवश्य बताएं कि आपको यह रचना कैसी लगी।

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