Raghav Writing Solutions : कविता शीर्षक – तिरंगा मेरी शान
हे मातृभूमि तेरी शान तिरंगा,
नभ में जब लहरायेगा।
आजादी के वीर सुतो की,
याद हमें दिलवाएगा।।
आजादी के वीर सुतो की,
याद हमें दिलवाएगा।।
लाखों वीर शहीद हुए,
आजादी दिलवाने को।
थाल भाल सजाकर लाये,
स्वयं बलि चढ़ जाने को।।
हर युग में यह बात तिंरंगा,
गर्व से बतलाएगा।
आजादी के वीर सुतो की,
याद हमें दिलवाएगा।।1।।
भाईचारे का मार्ग दिखाता,
हर वर्ग के इंसानों को।
वसुधैव कुटुम्बकम का भाव जगाता,
एकता में बंध जाने को।
तीन रंगों से सजा तिरंगा,
सप्त रंग विखराएगा।।
आजादी के वीर सुतो की,
याद हमें दिलवाएगा।।2।।
डटा हुआ था रक्षा करने,
ठंडी,गर्मी ,बरसातों में।
घर से दूर था वह शूर बहुत,
कभी न जाता त्योहारों में।
होंगे वे जब वीर शहीद,
तिरंगे में सो जाएगा।
मरते दम तक मातृभूमि पर,
जय हिन्द-जय हिन्द गाएगा।
हे मातृभूमि तेरी शान तिरंगा,
नभ में जब लहरायेगा।
आजादी के वीर सुतो की,
याद हमें दिलवाएगा।।3।।
झुक जाएंगे हम मगर पर,
झुकने न देंगे कभी तिरंगे को।
देशभक्त बना देंगे हम,
देश के हर एक बन्दे को।
देशभक्तों की आन के आगे,
तिरंगा भी मुस्कुराएगा।।
आजादी के वीर सुतो की,
याद हमें दिलवाएगा।।4।।
ध्वजा की इस शान के आगे,
शीश हम झुकातें हैं।
इस धरती की पावन मिट्टी,
मस्तक पर लगाते हैं।
एक बार जो देखें तिरंगा,
हर दिन वह गुण गाएगा।
आजादी के वीर सुतो की,
याद हमें दिलवाएगा।।5।।
आजाद भारत में हम जी रहें,
याद हमें दिलवाता है।
स्वतंत्रता को कभी न भुलाना,
सीख यही दे जाता है।
तिरंगे की इस छाँव तले,
हर जन चैन से सो पाएगा।
आजादी के वीर सुतो की,
याद हमें दिलवाएगा।।6।।
देश की पहचान तिरंगा,
हमें भारतवासी बताता है।
अन्य देशों के आगे हमें,
गौरवशाली बनाता है।
तिरंगे से है पहचान हमारी,
गर्वित हमें बनाएगा।
आजादी के वीर सुतो की,
याद हमें दिलवाएगा।।7।।
तीन रंगों से बना तिरंगा,
तीन भाव दर्शाता है।
त्याग, साहस, प्रेम, समर्पण,
प्रीत यही सिखलाता है।
अशोक चक्र से सजा तिरंगा,
नाम खूब कमाएगा।
आजादी के वीर सुतो की,
याद हमें दिलवाएगा।।8।।
हे मातृभूमि तेरी शान तिरंगा,
नभ में जब लहरायेगा।
आजादी के वीर सुतो की,
याद हमें दिलवाएगा।।
आजादी के वीर सुतो की,
याद हमें दिलवाएगा।।
– शिखा गोस्वामी “निहारिका” (मुंगेली, छ्त्तीसगढ़)